उत्तराखंड में बंगाली समाज का सांकेतिक धरना, चार प्रमुख मांगों को लेकर मुख्यमंत्री धामी के नाम तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन
सौरभ गंगवार/टुडे हिंदुस्तान
रुद्रपुर। बंगाली समाज की लंबित मांगों को लेकर शनिवार, 20 सितंबर को रुद्रपुर स्थित जिलाधिकारी कार्यालय में बंगाली कल्याण समिति के बैनर तले एक सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में समाज के लोग शामिल हुए और शांतिपूर्ण तरीके से अपनी आवाज बुलंद की।
धरना प्रदर्शन के उपरांत समिति के अध्यक्ष दिलीप अधिकारी समेत प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नाम एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में समाज की चार प्रमुख मांगों को तत्काल प्रभाव से पूरा करने की बात रखी गई।
पहली और सबसे अहम मांग में बंगाली समाज को अनुसूचित जाति (SC) का दर्जा देने की बात शामिल थी। समिति का कहना है कि यह मांग समाज वर्षों से करता आ रहा है, लेकिन अब तक पूरी नहीं हुई है। दूसरी मांग के रूप में बंगाली छात्र-छात्राओं के लिए विशेष छात्रवृत्ति योजना शुरू करने की बात कही गई, जिससे गरीब और प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को शिक्षा में बराबरी का अवसर मिल सके।
तीसरी मांग बंगाली पौंड, मांझी नमोशुद्र जाति के छात्र छात्राओं को छात्रवृत्ति पुन: प्रदान कि मांग
चतुर्थ प्रमुख मांग में शिक्षा प्रणाली में बांग्ला भाषा को एक विषय के रूप में शामिल करने का मुद्दा उठाया गया। समिति का कहना है कि मातृभाषा से जुड़ाव बच्चों की पहचान और संस्कृति की रक्षा के लिए बेहद आवश्यक है। पांचवा और अहम मांग के रूप में “बंग भवन” के निर्माण की आवश्यकता पर जोर दिया गया, जिससे समाज की सांस्कृतिक गतिविधियों और सामाजिक कार्यक्रमों का संचालन सुचारू रूप से किया जा सके।
इस अवसर पर समिति अध्यक्ष दिलीप अधिकारी ने कहा कि यदि सरकार ने जल्द इन मांगों पर ठोस कार्रवाई नहीं की, तो आंदोलन को और व्यापक रूप दिया जाएगा। उन्होंने साफ कहा कि यह लड़ाई समाज के अस्तित्व और अधिकारों से जुड़ी है और इसे अंजाम तक पहुँचाया जाएगा। सांकेतिक धरना प्रदर्शन में मौजूद रहे बंगाली कल्याण समिति के अध्यक्ष दिलीप अधिकारी, महासचिव नारायण हाल्दार, वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रायोजित राय, संगठन सचिव भास्कर मंडल, उपसचिव अभिमन्यु साना, कोषाध्यक्ष संजीत खान, मीडिया प्रभारी सत्यजीत सरकार, क्षेत्र उपाध्यक्ष विजय सिखदार, पूर्व अध्यक्ष चंद्रशेखर गांगुली, तारक बाछड , अमित वैध, विकास वैरागी, आदि लोग उपस्थित रहे।।