विद्यालयों की 100 मी की परिधि में तम्बाकू पदार्थों की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाए। मुख्य विकास अधिकारी मनीष कुमार मुख्य विकास अधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दिये निर्देश शिक्षक भी तम्बाकू का सेवन करते हुये पाये जाते है तो सम्बन्धित के खिलाफ चालान की कार्यवाही की जाये।
सौरभ गंगवार
रूद्रपुर। मुख्य विकास अधिकारी मनीष कुमार की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार में राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत जिला स्तरीय समन्वय समिति की बैठक लेते हुुए कहा कि विद्यालयों की 100 मी की परिधि में तम्बाकू पदार्थों की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाए साथ ही स्कूली बच्चों को तम्बाकू सेवन से होने वाले दुष्परिणामों के प्रति जागरूक किया जाए।
मुख्य विकास अधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि जनपद को तम्बाकू मुक्त बनाने के लिये पुलिस, स्वास्थ्य एवं शिक्षा विभाग की टीम बनाकर निरंतर चैकिंग अभिायान चलाया जायें उन्होने शिक्षा व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुये कहा कि जनपद के सभी शैक्षणिक संस्थानों को तम्बाकू मुक्त करने हेतु शैक्षणिक संस्थानों में समय-समय पर चैकिंग किया जाये, यदि शिक्षक भी तम्बाकू का सेवन करते हुये पाये जाते है तो सम्बन्धित के खिलाफ चालान की कार्यवाही की जाये।
उन्होने कहा कि यदि कोई भी दुकानदार शैक्षणिक संस्थानों के 100 मीटर के दायरे में तम्बाकू बेचते हुये पाया जाता है तो दुकानदार का भी चालान किया जाये उन्होने कहा कि शैक्षणिक संस्थानों व ग्राम पंचायतों में तम्बाकू से होने वाले दुस्प्रभाव के बारे में बताया जाये व लोगों को जागरूक किया जाये उन्होने कहा कि ग्राम पंचायतों को तम्बाकू मुक्त करने हेतु रूपरेखा बनाया जायें एवं जो ग्राम पंचायते सबसे पहले तम्बाकू मुक्त होगीं उन्हे सम्मानित किया जाये उन्होने कहा कि जनपद के सभी सरकारी कार्यालयों को तम्बाकू मुक्त किया जाये, इसके लिये कार्यालयध्यक्षों की जबावदेही तय किया जाये।
इसके साथ ही मुख्य विकास अधिकारी मनीष कुमार ने परिवार नियोजन की बैठक लेते हुए जनसंख्या वृद्धि को रोकने के लिए वैज्ञानिक विधियों के प्रयोग करने हेतु लोगों को प्रेरित करने के निर्देश स्वास्थ्य अधिकारियों को दिए । उन्होंने स्वास्थ्य अधिकारियों को एनजीओ व आशा कार्यकत्रियों के माध्यम से ओरल कंट्रासेप्टिव पिल्स, इंट्रा यूट्रिन कंट्रासेप्टिव डिवाइस (आईयूसीडी), आपातकालीन गर्भनिरोधक गोली (ईसीपी), कंडोम, महिला (नलबंदी) तथा पुरुष (नसबंदी), अंतरा आदि विधियों के प्रयोग के प्रति जागरूक करने के निर्देश को दिए।
उन्होंने कहा कि परिवार नियोजन की विधियों के बारे में महिलाओं को परामर्श प्रदान करें साथ ही परिवार नियोजन में पुरुषों की भागीदारी को प्रोत्साहित करें तथा परिवार नियोजन की सुरक्षित विधियों एवं इसकी सीमाओं के बारे में जानकारी प्रदान करें विभिन्न अवसरों पर जोड़ों एवं व्यक्तियों, लड़कों एवं लड़कियों को परिवार नियोजन के लाभों के बारे में जागरूकता बढाने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए।
बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. मनोज कुमार शर्मा, एसीएमओ डॉ. एसपी सिंह, राजेश आर्या, मुख्य शिक्षा अधिकारी के.एस.रावत, जिला समाज कल्याण अधिकारी अमन अनिरूद्ध, जिला कार्यक्रम अधिकारी मुकुल चौधरी व एनजीओ के प्रतिनिधि आदि मौजूद थे।।