सरकारी तंत्र की सांठ गांठ से भूमाफिया ने 7 एकड़ में काट दी अवैध कालोनी कालोनी की आड़ में सरकारी नाले पर भी कब्जा शिकायत के बाद भी अधिकारियों ने नहीं लिया एक्शन भू माफियाओं के कारनामों खिलाफ सीएम से की जांच की मांग
सौरभ गंगवार/टुडे हिंदुस्तान
सरकारी तंत्र की सांठ गांठ से भूमाफिया ने 7 एकड़ में काट दी अवैध कालोनी
कालोनी की आड़ में सरकारी नाले पर भी कब्जा
शिकायत के बाद भी अधिकारियों ने नहीं लिया एक्शन
भू माफियाओं के कारनामों खिलाफ सीएम से की जांच की मां
रूद्रपुर। सरकारी तंत्र की सांठ गांठ से राजस्व ग्राम कोलड़ा में करोड़ों की भूमि पर अवैध रूप से कालोनी काटने का मामला सामने आया है। भू माफियाओं में कागजों में हेर फेर करके न सिर्फ अवैध रूप का नक्शा पास करा लिया बल्कि सरकारी नाले की जमीन भी कब्जा ली मामले की शिकायत कई जिम्मेवार अधिकारियों से की गयी लेकिन अधिकारियों ने भी मामले में कोई एक्शन नहीं लिया मामले को लेकर अब मुख्यमंत्री से शिकायत कार्रवाई की मांग की गयी है।
गायत्री विहार हाउसिंग वेलफेयर सोसाइटी कीरतपुर कोलड़ा के अध्यक्ष मुकेश कुमार ने मुख्यमंत्री को भेजे गये शिकायती पत्र में बताया कि राजस्व ग्राम कोलडा, कीरतपुर तहसील रुद्रपुर जिला उधमसिंहनगर के खाता संख्या 637 व खसरा संख्या-179 में कालोनाईजर भगवती प्रसाद निवासी कीरतपुर द्वारा कालौनी काटी जा रही है तथा जिला विकास प्राधिकरण से गलत चक रोड की चौडाई दिखाकर एवं सरकारी नाली को दबाकर 29840 वर्ग मीटर अर्थात 7 एकड़ से अधिक भूमि पर कालौनी काटने हेतु स्वीकृति प्राप्त की गयी है।
शिकायत में आरोप है कि पटवारी नईम अहमद के द्वारा उक्त काटी जा रही कालौनी के खसरा संख्या 179 से उत्तर दिशा की ओर जाने वाली चक रोड की चौडाई मय नाली सहित 04 मीटर के स्थान पर 9 मीटर अर्थात 30 फिट दिखाई गयी है तथा अपनी रिपोर्ट में चक रोड का खसरा संख्या न दिखाकर गोलमोल रिपोर्ट बनाई गयी है जबकि यह क्षेत्र अन्य पटवारी के अधीन आता है। पटवारी नईम अहमद ने भू माफियाओं से मिलीभगत करके गलत रिपोर्ट लगाई है जिसके आधार पर कालोनाईजर भगवती प्रसाद ने विकास प्राधिकरण में मोटी रकम देकर नक्शा पास करा लिया।
शिकायतकर्ता का आरोप है कि पटवारी नईम अहमद के द्वारा जिस चक रोड व नाली की चौडाई सरकारी अभिलेखो में 9 मीटर अर्थात 30 फिट दिखाई गयी है वास्तविक रूप से उस रोड व नाली की चौडाई सरकारी अभिलेखों में 4 मीटर मय नाली सहित है । इसके अलावा उक्त खसरा संख्या 179 से लगी सरकारी नाली है जिसका खसरा संख्याः 180 है तथा नाली पर अतिक्रमण कर नई कालौनी के रोड में शामिल किया गया है। खसरा संख्या 179 में काटी जा रही कालौनी के दोनों ओर खेती के लिये चक रोड व नाली है जिनकी चौडाई मय नाली सहित 4 मीटर है तथा उक्त खसरे के उत्तर दिशा की ओर सांई विहार फेस-4 कालौनी एवं गायत्री विहार कालोनी स्थित है। गायत्री विहार कालोनी आने वाली रोड की चौडाई लगभग 22 फिट है जो सांई विहार फेस-4 व प्रताप कालौनी में जाती है। ऐसी स्थिति में खसरा संख्या 179 में काटी जा रही कालौनी का नियमानुसार नक्शा पास नहीं होना चाहिए था परन्तु भगवती प्रसाद व उनके साथ षडयंत्र रचने वाले दलालों ने सकारी कर्मचारियों की मिलीभगत से फर्जी दस्तावेजो व तथ्यो को छिपाकर खसरा संख्या 179 का नक्शा पास कर कालोनी काट दी।
खसरा संख्या 179 में काटी जा रही कालौनी के उत्तर दिशा में साई विहार फेस-4 (खसरा संख्या 183) व गायत्री बिहार (खसरा संख्या 188 ) कालौनी स्थित है जो लगभग 12 वर्ष पूर्व काटी गयी है पूर्व में उक्त क्लोनाईजर भगवती प्रसाद द्वारा लोगो की निजी कालौनियो की आन्तरिक रोडों को दिखाकर जिला विकास प्राधिकरण से स्वीकृत प्राप्त करने की कोशिश की गयी थी परतु कालौनी वासियो द्वारा इस सम्बन्ध आपत्ति किये जाने पर भूमाफियाओं द्वारा धमकी देते हुये कालौनियो की आन्तरिक रोड का उपयोग किया जा रहा है जिससे कालौनी वासी भयभीत है।
मुकेश कुमार ने पत्र में बताया कि मामले को लेकर आवश्यक कार्यवाही किये जाने हेतु अध्यक्ष विकास प्राधिकरण कुमायूँ परिक्षेत्र नैनीताल, उपाध्यक्ष विकास प्राधिकरण रुद्रपुर एवं जिलाधिकारी को भी पूर्व में पत्र प्रेषित किये गये परन्तु लेकिन अभी तक इस सम्बन्ध में कोई भी कार्यवाही नही की गयी जिसके चलते भू माफियाओं के हौंसले बुलंद हैं। शिकायकर्ता का कहना है कि नालियों के पाटे जाने के कारण भविष्य में जलभराव की समस्या उत्पन्न होगी और न केवल क्षेत्रवासियों के लिये परेशानी खड़ी होगी, बल्कि शासन प्रशासन के लिये भी अवैधानिक विकास कार्यों से अपरिहार्य स्थिति उत्पन्न होगी।शिकायकर्ता ने मुख्यमंत्री से अवैध कालोनी को तत्काल निरस्त करने और सम्बंधित लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।।

