जो जगह सरकारी वो जगह हमारी :- अतिक्रमणकारी
सौरभ गंगवार
रुद्रपुर। शहर में सड़कों पर अतिक्रमण होने से आए दिन जाम के हालात बन जाते हैं। राहगीरों, वाहन चालकों को मिनटों का सफर घंटों में तय करना पड़ता है,शहर के अंदरूनी हिस्से की यातायात व्यवस्था चरमरा गई है। सड़कों पर दुकानदारों द्वारा अतिक्रमण करने और यातायात पुलिस की अनदेखी के चलते लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बाजार के हालत इतने खराब है कि चौड़ी सड़कें दुकानें खुलते ही सिकुडऩे लगती है। दोनों ओर के दुकानदार सड़कों को ही शोरूम बना देते हैं। आधी से ज्यादा सड़क पर सामान रख दिया जाता है।
बाकी सड़क पर दुकानदार और ग्राहकों के वाहन खड़े हो जाते हैं। ऐसे में राहगीरों और वाहन चालकों के हिस्से बमुश्किल एक चौथाई सड़क ही आती है। बाजार क्षेत्र में सुबह से लेकर देर रात यातायात में अवरोध पैदा होने से राहगीर परेशान हैं। शहर के व्यस्ततम क्षेत्रों में शुमार डीडी चोक से घंटा घर चौराहा जाने वाले मार्ग से गुजरने से लोग अब कतराने लगे हैं। इस मार्ग पर दिन भर जाम लगता है।
इस मार्ग पर गुरु मां कॉम्प्लेक्स, किराना, स्टेशनरी, धार्मिक सामग्री, मेडिकल, स्कूल सामग्री, कपड़ा सहित अन्य जरूरी सामानों की दुकानें हैं। दुकानदारों ने शेडों के जरिए तो कई दुकान सामान और शोकेस के लिए सड़कों पर दुकान खुलते ही अतिक्रमण कर लेते हैं। यहां आने वाले लोग भी सड़कों पर ही गाड़ी खड़ी करके खरीदारी करते हैं। जिससे मार्ग पर सुबह 11 बजे से लेकर रात आठ बजे तक गहमा.गहमी बनी रहती है। इसी बीच यदि कोई चार पहिया वाहन या हाथठेला मार्ग पर आ जाता है तो यातायात ठप सा हो जाता है। यह स्थिति दिन में कई बार बन जाती है। जाम से विवाद की स्थिति तक बन जाती है। भाईचारा एकता मंच के अध्यक्ष के.पी. गंगवार का कहना है कि पुलिस और निगम की अनदेखी की वजह से हर दिन लोग परेशान हैं।
शहर के मुख्य गुरु मां शोरूम की हालत सबसे ज्यादा खराब है। इसके आसपास के कुछ दुकानदारों ने सड़क पर करीब 20 फीट तक कब्जा कर रखा है। कुछ दुकानदार तो ऐसे हैं कि दुकान का लगभग पूरा सामान ही सड़क पर रख देते हैं। गुरु मां शोरूम की स्थिति को इतनी खराब है कि शोरूम का सामान ही सड़क पर रखा होता है, बची कसर हाथ ठेला चालक पूरी कर देते हैं।
इसके अलावा सब्जी विक्रेता बाजार छोड़कर मुख्य सड़क पर दुकानें लगा रहे हैं। कुछ दिन पहले सीपीयू ने कार्रवाई की थी, लेकिन बाद में वे भी शांत हो गए जबकि बाटा चौक से भगत सिंह चौक तक जाने वाला मार्ग तो अतिक्रमण के कारण मुसीबत बन गया है। यहां पर दुकानदारों ने कपड़े,हैंगर पर लटकाने प्रारंभ कर दिए हैं। शहर के गांधी चौराहा से बाजार तक की स्थिति खराब है।
बर्तन के कई दुकानदार सुबह होते ही बर्तनों की प्रदर्शनी सी लगा देते हैं दोनों ओर के दुकानदारों द्वारा ऐसा किए जाने से आधी से ज्यादा सड़क पर कब्जा हो जाता है। अधिकारियों को नजर नहीं आता अतिक्रमण बाजार क्षेत्र में लंबे अरसे से चला आ रहा यह अतिक्रमण सभी को नजर आ रहा है। लेकिन यातायात पुलिस और निगम की ओर से कार्रवाई नहीं की जा रही है। जबकि कुछ दुकानदार भी इसकी शिकायत कर चुके हैं।
यहां भी हालत खराब
सिंबल सिनेमा के आस पास रोड पर भी हालात बेहद खराब हैं। यहां के दुकानदारों में भी सड़क पर कब्जा करने की होड़ सी दिखाई देती है। दुकानों द्वारा एक तो पहले ही पट्टी बनाकर सड़क का हिस्सा दबा रखा है। ऊपर से नालियां पर अलग से कब्जा कर लिया है। कई दुकानदार तो नालियों पर शोकेस जमाकर दुकान चला रहे हैं। वे दुकान खुलते ही सड़क पर कब्जा कर लेते हैं। राह में लटकी सामग्री हर किसी
से टकराती है।।