कलेक्ट्रेट सभागार में ‘फर्स्ट रेस्पॉन्डर’ प्रशिक्षण आयोजित , कार्यक्रम में एआरटीओ (प्रवर्तन) नवीन कुमार सिंह की भूमिका रही उल्लेखनीय
कलेक्ट्रेट सभागार में ‘फर्स्ट रेस्पॉन्डर’ प्रशिक्षण आयोजित , कार्यक्रम में एआरटीओ (प्रवर्तन) नवीन कुमार सिंह की भूमिका रही उल्लेखनीय
– हादसों के बाद तुरंत मदद करने को लेकर सिखाए गए गुर, 80 चालकों-परिचालकों ने लिया प्रशिक्षण
– कार्यक्रम में एसडीआरएफ और परिवहन विभाग ने मिलकर सीपीआर व फर्स्ट एड की तकनीक सिखाई
– एआरटीओ प्रवर्तन नवीन कुमार सिंह बोले “ यातायात नियमों का पालन जिम्मेदारी है, मजबूरी नहीं”
– जिलाधिकारी ने फर्स्ट एड बॉक्स वितरित कर चालक परिचालकों को दिए प्रशस्ति पत्र
अभिषेक शर्मा
रुद्रपुर । सड़क हादसे के वक्त अगर शुरुआती कुछ मिनटों में सही मदद मिल जाए, तो कई जिंदगियां बच सकती हैं l इसी सोच को ज़मीन पर उतारते हुए शुक्रवार को जिला आपदा प्रबंधन कार्यालय, उधम सिंह नगर में ‘फर्स्ट रेस्पॉन्डर प्रशिक्षण कार्यक्रम ‘ का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में जिले की विभिन्न बस यूनियनों, मैजिक यूनियनों और उत्तराखंड परिवहन निगम से आए करीब 80 वाहन चालकों और परिचालकों ने हिस्सा लिया।
प्रशिक्षण के दौरान एसडीआरएफ टीम और आपदा प्रबंधन अधिकारियों ने चालकों को सीपीआर (सीपीआर) प्राथमिक उपचार , तथा सड़क हादसे के बाद पीड़ितों को सुरक्षित ढंग से मदद पहुँचाने के तरीके सिखाए। इसके अलावा सड़क सुरक्षा नियमों, रात में ड्राइविंग के दौरान सावधानियों, और गुड सेमेरिटन योजना के लाभों पर भी विस्तार से चर्चा हुई।
कार्यक्रम के दौरान एआरटीओ (प्रवर्तन) नवीन कुमार सिंह की भूमिका विशेष रूप से उल्लेखनीय रही। उन्होंने न केवल चालकों को सड़क सुरक्षा और ट्रैफिक नियमों की गहराई से जानकारी दी, बल्कि यह भी समझाया कि एक जिम्मेदार चालक कैसे सड़क पर स्वयं और दूसरों की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकता है।
एआरटीओ प्रवर्तन नवीन कुमार सिंह ने कार्यक्रम में पहुंचे चालक परिचालकों को संबोधित करते हुए कहा कि “सड़क पर गाड़ी चलाना केवल मशीन संभालना नहीं, बल्कि जिम्मेदारी निभाना है। अगर हर चालक अपने हिस्से का नियम ईमानदारी से निभाए, तो हादसे अपने आप कम हो जाएंगे।”
उन्होंने चालकों को यह प्रेरणा दी कि दुर्घटना के बाद घायलों की सहायता करना न केवल मानवीय कर्तव्य है, बल्कि अब यह कानूनी संरक्षण के दायरे में भी सुरक्षित है।
बता दें कि विगत 6 महीने के कार्यकाल में ही एआरटीओ प्रवर्तन नवीन कुमार सिंह के नेतृत्व में अवैध वाहनों पर सख्त कार्रवाई , स्कूल बसों की फिटनेस जांच, और रात्रिकालीन वाहन संचालन पर निगरानी जैसे ठोस कदम उठाए गए हैं। उनकी यही कार्यशैली उन्हें बाकी अधिकारियों से अलग पहचान दिला रही है l एआरटीओ नवीन कुमार सिंह के नेतृत्व में जिले में यातायात व्यवस्था को लेकर उनका सख्त प्रवर्तन के साथ मानवीय संवेदनशीलता का संगम को बनाते हुए उन्होंने अन्य अधिकारियों से अलग लकीर खींचने का काम किया है।
कार्यक्रम के समापन पर जिलाधिकारी की ओर से सभी प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र और फर्स्ट एड बॉक्स दिए गए। इस मौके पर जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी उमा शंकर नेगी, सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी मोहित कोठारी , एआरटीओ प्रवर्तन नवीन कुमार सिंह और समस्त प्रवर्तन टीम मौजूद रही।।

