शानदार कार्यकाल का डीएम उदयराज को मिला ईनाम ! ईमानदार छवि और काम के प्रति निष्ठा पर मिला सेवा विस्तार
सौरभ गंगवार
रूद्रपुर। अपनी ईमानदार कार्यशैली और काम के प्रति निष्ठा के चलते उधम सिंह नगर के जिलाधिकारी उदय राज सिंह को शासन ने छह का विस्तार दिया है। सेवा विस्तार मिलने के बाद जिलाधिकारी अब तीन माह और उधम सिंह नगर जिले की कमान संभालेंगे।
जिलाधिकारी उदय राज सिंह 31 अगस्त को सेवानिवृत्त होने वाले थे, सेवानिवृत्त होने से पहले उनके स्थानांतरण की भी अटकलें लगाई जा रही थी लेकिन सरकार ने उनके शानदार कार्यशैली और कार्यों को प्रति निष्ठा को देखते हुए 6 माह का सेवा विस्तार दिया है, जिसके बाद उनके 3 माह तक ऊधमसिंहनगर में ही रहना लगभग तय हो गया है।
इलाहाबाद के एक गांव में कुर्मी समाज में जन्मे उदय राज सिंह ने अपनी कार्यशैली से न सिर्फ जनता में अलग पहचान बनाई है बल्कि अपने कार्यों से शासन के आला अधिकारियों को भी प्रभावित किया है। डीएम उदय राज सिंह स्वभाव से जितने सरल और सहज है, प्रशासनिक कार्यों को लेकर उतने ही कड़क भी हैं। उन्होंने उधम सिंह नगर में कमान संभालने के बाद अधिकारियों को जनता के प्रति जवाब देह बनाने के साथ साथ कई उपलब्धियां भी हासिल की है। जिलाधिकारी उदय राज सिंह प्रशासनिक सेवा में आने के बाद से ही अपने कार्यों को लेकर निष्ठावान रहे 5 साल लखनऊ में नगर आयुक्त रहकर उन्होंने लखनऊ का कायाकल्प करने का काम किया इसके अलावा बदायूं में भी एसडीएम के रूप में वह 5 साल रहे उत्तर प्रदेश में कई पदों पर रहकर उन्होंने अपनी सेवाएं दी पिछले 1 साल से वह उधम सिंह नगर के जिला अधिकारी के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। जब वह उधम सिंह नगर में आए थे तब उधम सिंह नगर में उनके सामने कई चुनौतियां थी शहर में जिन समस्याओं का समाधान दशकों से नहीं हो रहा था उनका समाधान भी जिलाधिकारी उदय राज सिंह ने कर दिखाया।
जिलाधिकारी उदय राज सिंह ने रूद्रपुर की सबसे बड़ी समस्या नजूल भूमि पर मालिकाना हक को लेकर पूरी शिद्दत से काम किया और शासन की नीति का लाभ लोगों को बस्तियों में ही शिविर लगाकर पहुंचाया डीएम उदय राज सिंह की कार्यशैली का ही परिणाम था कि बस्तियों में रह रहे लोगों को नजूल भूमि पर मालिकाना हक के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने पड़े इस काम की मानीटरिंग जिलाधिकारी ने खुद की डीएम उदय राज सिंह के नाम दूसरी बड़ी उपलब्धि किच्छा रोड पर कूड़े के पहाड़ का सफाया है। किच्छा रोड पर दशकों से कूड़े का पहाड़ खड़ा था, जिसके चलते आस पास की हजारों की आबादी को नारकीय जीवन जीना पड़ रहा था, सड़क से गुजरने वाले लोगों भी भीषण दुर्गंध से होकर गुजरना पड़ता था इस कूड़े से निजात दिलाने में जनप्रतिनिधि और अब तक के सभी अधिकारी फेल साबित हुए थे जिलाधिकारी उदय राज सिंह ने इस समस्या से निपटने के लिए पूरी शिद्दत से काम किया और खुद कई बार ट्रंचिंग ग्राउण्ड पहंुचकर स्थिति का जायजा लिया इस मामले में डीएम की गंभीरता के चलते ही आज कूड़े का सफाया हो पाया है और कचरे के पहाड़ की जगह अब खुला और साफ सुथरा मैदान नजर आ रहा है, जल्द ही इस स्थान पर सुंदर पार्क बनाने की भी योजना है।
इसके अलावा शहर में वेंडिंग जोन की चली आ रही कमी भी अब जिलाधिकारी उदय राज सिंह के प्रयासों से पूरी होने जा रही है। शहर में ठेली फड़ों की भरमार के चलते सड़कों पर जाम की समस्या लम्बे समय से बनी हुयी है। जिसके चलते यहां वेंिडंग जोन की जरूरत लम्बे समय से महसूस की जा रही थी, लेकिन जिले में कमान संभाल चुके जिम्मेवार अधिकारी और जनप्रतिनिधियों ने इस समस्या को गंभीरता से नहीं लिया जिलाधिकारी उदय राज सिंह ने इस पर तत्परता दिखाते हुए वेंडिंग जोन के लिए भूमि चिन्हित करने के साथ ही इसके लिए बजट की भी व्यवस्था की वेंडिंग जोन का निर्माण अब पूरा होने जा रहा है, दीपावली से पहले इसमें सैकड़ों लघु व्यापारियों को दुकानें मिलने जा रही हैं।
शहर के सबसे बड़े पार्क गांधी पार्क को खुर्द बुर्द करने की कोशिश भी जिलाधिकारी उदय राज सिंह के प्रयासों से नाकम हो गयी कुछ जनप्रतिनिधियों ने इस पार्क की जगह शॉपिंग काम्पलेक्स बनाने की योजना बनाई थी, जिसका लोगों ने विरोध भी किया जनभावनाओं को देखते हुए जिलाधिकारी ने शॉपिंग काम्पलेक्स के प्रस्ताव को रद्द कराकर गांधी पार्क को उजड़ने से बचा लिया शहर की पार्किंग की समस्या को देखते हुए अब जिलाधिकारी ने गांधी पार्क में अण्डर ग्राउण्ड पार्किंग बनाने की योजना बनायी है, पार्किंग के उपर गांधी पार्क यथावत रहेगा उस पर हरियाली के साथ साथ ही जरूरी सुविधाएं भी होंगी इस पार्क का निर्माण लखनऊ की तर्ज पर करने की तैयारी है।