जेसीज स्कूल की बस दुर्घटनाग्रस्त, बाल बाल बचे कई छात्र स्कूल बसों में मानकों की हो रही अनदेखी, बच्चों की जान जोखिम में
सौरभ गंगवार
रूद्रपुर। शहर के प्रतिष्ठित जेसीज स्कूल की बस शनिवार को दुर्घटनाग्रस्त हो गयी इस दौरान बस में सवार कई बच्चे बाल बाल बचे दुर्घटना के दौरान बच्चों में चीख पुकार मच गयी संयोग से बच्चे हताहत तो नहीं हुए अलबत्ता इस घटना में जेसीज स्कूल प्रबंध्न की लापरवाही एक बार फिर खुलकर सामने आयी है।
जानकारी के अनुसार रूद्रपुर जेसीज पब्लिक स्कूल की एक बस शनिवार को ग्राम कीरतपुर क्षेत्र में बच्चों को छोड़ने गयी थी इसी बीच मछली फार्म के पास बस अनियंत्रित होकर सड़क किनारे खाली पड़े प्लाट में जा घुसी और पलटने से बाल – बाल बची दुर्घटना से बस में स्कूल के बच्चों में चीख पुकार मच गयी इस घटना के चलते बस मौके पर ही काफी देर रूकी रही जब बच्चे समय पर घर नहीं पहुंचे तो अभिभावकों की चिंता बढ़ गयी हैरानी की बात है कि दुर्घटना के बाद बस चालक ने घटना की जानकारी स्कूल मे देना जरूरी नही समक्षा जब बच्चे समय पर घर नही पहुंचे तब बच्चो के अभिभावको ने बस चालक से फोन पर बात की तब कही जाकर अभिभावकों को घटना की जानकारी मिली और अभिभावक घटनास्थल पर पहुंचे बच्चों को सकुशल पाकर अभिभावकों ने राहत की सांस ली जब अभिभावकों ने बस चालक से पूछा घटना की जानकारी स्कूल में क्यों नहीं दी तो चालक का जवाब था की उसके पास स्कूल का नम्बर ही नहीं था चालक के पास स्कूल प्रबंधन के किसी भी सदस्य का नम्बर ना होने की बात सुनकर अभिभावक भी हैरान रह गये।
जेसीज स्कूल बस के साथ दुर्घटना का यह पहला माला नहीं है इससे पहले भी जेसीज स्कूल की बस से कई बार हादसे हो चुके हैं लेकिन इसके बावजूद जेसीज प्रबंधन हादसों से सबक नहीं ले रहा है। बताया जाता है कि जेसीज स्कूल की बसों में मानकों की खुलेआम अनदेखी की जा रही है। स्कूल बसों के लिए जो मानक तय किये गये हैं, उन मानकों का विद्यालय प्रबंधन पालन नहीं कर रहा है। जेसीज की बसों को कई अकुशल चालक चला रहे हैं।
परिवहन विभाग समय समय पर स्कूल वाहनों के खिलाफ अभियान चलाता है लेकिन जेसीज स्कूल की बसों की तरफ प्रशासन आंख उठाकर भी नहीं देखता जेसीज स्कूल के चेयरमैन सुरजीत ग्रोवर की उंची पहुंच के चलते प्रशासन भी उनके स्कूल के खिलाफ कार्रवाई से कतराता है। यही वजह है कि जेसी स्कूल के खिलाफ अगर कोई शिकायत भी करता है तो शिकायत पर सुनवाई ही नहीं होती।।