Friday, July 26, 2024
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कौन बनेगा मेयर : सबकी नजर आरक्षण पर, सामान्य सीट होने पर भाजपा से तीन नामों की चर्चा कांग्रेस से संजय ठुकराल या मीना शर्मा हो सकते हैं दावेदार

सौरभ गंगवार

रूद्रपुर। लोकसभा चुनाव के लिए प्रदेश में मतदान होने के बाद अब निकाय चुनाव की हलचल तेज हो गई है। राजनीतिक दलों की नजरें अब इस पर लगी हैं कि सीटों का आरक्षण क्या होगा रूद्रपुर में मेयर बनने का सपना देख रहे कई संभावित दावेदारों ने तैयारियां शुरू कर दी है। कोई सामान्य सीट होने की आस लगाये है तो कुछ दावेदार ओबीसी, महिला, एससी या फिर एससी महिला के लिए सीट आरक्षित होने की उम्मीद लगाये हैं। सामान्य सीट होने की स्थिति में मेयर की सीट के लिए दावेदारों की लम्बी फेहरिस्त है। सीट सामान्य हुई तो मेयर की सीट पर इस बार मुकाबला रोमांचक होने की उम्मीद है। 

निकाय चुनाव को लेकर सियासी सरगमियां एकाएक तेज हाने लगी है। भाजपा कांग्रेस दोनों ही दलों ने वार्डो में प्रत्याशियों के चयन के लिए रायशुमारी शुरू कर दी है। फिलहाल सबकी नजर सीटों के आरक्षण पर है। निकायों के लिए आरक्षण की व्यवस्था पर अभी अंतिम निर्णय लिया जाना बाकी है। इसके लिए बनाए गए एकल सदस्यीय आयोग ने अपनी रिपोर्ट शासन को सौंप दी है। आरक्षण पर अंतिम मुहर लगने के बाद निकाय चुनाव की फाइनल प्रक्रिया भी शुरू हो जायेगी माना जा रहा है कि प्रदेश में जून के अंत तक निकाय चुनाव कराये जा सकते हैं। प्रदेश में 9 नगर निगम हैं। जिसमें मेयर पद के लिए संभावित आरक्षण के अनुसार दो सीटें ओबीसी के लिए जबकि एक सीट एससी के लिए आरक्षित हो सकती है। इसी तरह महिला आरक्षण के लिए तीन सीटों को आरक्षित किया जा सकता है।

रूद्रपुर में मेयर की सीट को लेकर राजनीतिक हलकों में अलग अलग चर्चायें है। कोई सामान्य सीट होने का दावा कर रहा है तो कोई ओबीसी या फिर एससी महिला सीट होने की बात कर रहा है। पालिका से नगर निगम बनने के बाद सबसे पहले मेयर की सीट एसएसी महिला के लिए आरक्षित हुई थी जिसमें भाजपा की सोनी कोली के सिर पर मेयर का ताज सजा था दूसरी बार मेयर की सीट एसएसी के लिए आरक्षित हुई। अब नगर निगम का तीसरा चुनाव होने जा रहा है, दो बार आरक्षित हो चुकी मेयर की सीट को लेकर लोग अब इसे सामान्य सीट होने का आंकलन कर रहे हैं। लेकिन राजनैतिक हलकों में आरक्षण को लेकर अलग अलग चर्चायें हैं। मेयर बनने का सपना देख रहे कई संभावित दावेदार तैयारियों में जुट गये हैं। 

सामान्य सीट होने की स्थिति में मेयर बनने के लिए कई दावेदार लाईन में है। खासकर भाजपा के लिए मेयर का टिकट फाईनल करना सबसे मुश्किल होगा सामान्य सीट होने पर भाजपा के दावेदारों की बात करें तो इसमें भाजपा प्रदेश मंत्री विकास शर्मा,भाजपा नेता भारत भूषण चुघ,अनिल चौहान,सुशील गावा जैसे कई नाम सामने आ रहे हैं। इनमें भाजपा प्रदेश मत्री विकास शर्मा की दावेदारी को सबसे मजबूत माना जा रहा है,

इसकी वजह यह है कि विकास शर्मा जिला मुख्यालय पर मुख्यमंत्री के सबसे खास लोगों में से एक हैं। पिछले दो विधानसभा चुनावों में भी उनका नाम टिकट की दौड़ में शामिल रहा है। विकास शर्मा मुख्यमंत्री के साथ साथ पूर्व सीएम भगत सिंह कोश्यारी के भी करीबी रहे हैं। जनता के बीच भी उन्हें अपनी मजबूत पैठ बनाई है। जिसके चलते उनकी दावेदारी को सबसे मजबूत माना जा रहा है।

सामान्य सीट पर भाजपा से भारत भूषण चुघ की दावेदारी को भी अहम माना जा रहा है। लम्बे समय से भाजपा में जमीनी स्तर की राजनीति कर रहे भारत भूषण चुघ समाजसेवा में भी अग्रणी रहे हैं। वरिष्ठ नेताओं से भी उनकी अच्छी पकड़ मानी जाती है।

वहीं तीसरे दावेदार सुशील गाबा का दावा भी अहम माना जा रहा है। बताया जाता है कि विधायक शिव अरोरा भी सुशील गावा को टिकट दिलाने के पक्ष में है। सामाजिक दायरे की बात करें तो सुशील गावा का जुड़ाव आम से लेकर खास लोगों तक है। समाज सेवा के लिए हमेशा अग्रणी रहने वाले सुशील गावा पिछले 20 साल से रामलीला में हनुमान का किरदार निभाकर अपनी एक अलग पहचान कायम कर चुके हैं। हाल ही में उन्होंन रूद्रपुर से अयोध्या तक की पैदल यात्रा करके पूरे उत्तराखण्ड में अपनी एक अलग पहचान कायम की थी समाज सेवा के साथ साथ वह छात्र राजनीति में भी लम्बे समय तक सक्रिय रहे हैं। वहीं भाजपा नेता अनिल चौहान भी टिकट की दौड़ में शामिल हैं। 

वहीं सामान्य सीट होने पर कांग्रेस से भी कई दावेदारों के नामों की चर्चा है। माना जा रहा है

कि सामान्य सीट होने पर पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल अपने भाई संजय ठुकराल को टिकट दिलाने के लिए कांग्रेस में पलटी मार सकते हैं। अगर ऐसा हुआ तो मेयर के लिए मुकाबला रोचक होने के आसार है।  

वहीं सीट ओबीसी होने की स्थिति में भाजपा से मानस जायसवाल का टिकट फाईनल होने की चर्चा हैं। हालाकि ओबीसी से रामप्रकाश गुप्ता जैसे कई और नाम भी टिकट की दौड़ में शामिल हैं। महिला एससी सीट होने पर रामपाल सिंह की पत्नी या फिर सुरेश कोली की पत्नी पूर्व मेयर सोनी का टिकट फाईनल होने की चर्चा है। फिलहाल संभावित दावेदारों ने टिकट के लिए जोर आजमाईश शुरू कर दी है।।

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