उत्तर प्रदेशऊधम सिंह नगर

वह रे जालसाज,20 साल पुराने प्रोजेक्ट में मकान लेने वालों की आज तक नहीं हुई दाखिल खारिज और दूसरा प्रोजेक्ट कर दिया लॉन्च,निवेशक सावधान

सौरभ गंगवार

रुद्रपुर। जी हां,मित्रों अपने खून पसीने की कमाई से अगर आप अपने सपनों का घर खरीदने की इच्छा रखते हैं तो कृपया सावधान हो जाइए क्योंकि इन दोनों एक बार फिर रुद्रपुर में ठग्स ऑफ तराई सक्रिय हो गए हैं। दरअसल दो दशक पहले रुद्रपुर के काशीपुर रोड पर नियम कानून को ताक पर रखकर सरकारी नदियों और नालों को पाट कर एक सिंडिकेट बनाकर कुछ लोगों ने एक बड़ी हाउसिंग परियोजना विकसित कर लोगों को उनके सपनों का घर देने का वादा कर सीधे-साधे लोगों की खून पसीने की कमाई को गड्ढे में डाल दिया था।

दरअसल हम ये बात इसलिए कह रहे हैं क्योंकि दो दशक पहले काशीपुर रोड पर स्थित यूपी के एक छोटे से गांव में शुरू हुए हाउसिंग प्रोजेक्ट में मकान लेने वाले ज्यादातर लोगों की आज तक दाखिल खारिज भी नहीं हो सकी है और तो और मकान खरीदने वाले आज भी मकान की गुणवत्ता को लेकर काफी परेशान है क्योंकि घटिया निर्माण सामग्री से बनाए गए मकान में लोगों को अलग से अपने लाखों रुपए भी लगाने पड़े काशीपुर रोड पर दो दशक पूर्व शुरू हुई हाउसिंग परियोजना के सिंडिकेट में जुड़े कुछ लोग बाद में अलग हो गए जो वर्तमान समय में गैंगस्टर की धाराओं में निरुद्ध है और फरारी काट रहे हैं,जबकि ठग्स का तराई सिंडिकेट के सरगना के ऊपर UP और उत्तराखंड के कई थानों में दो दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज हो चुके हैं।

उधर एक बार फिर ठग्स ऑफ तराई एक सिंडिकेट बनाकर रुद्रपुर के लोगों को ठगने का ताना-बाना बुन चुके है..इसलिए मित्रों आप बड़े-बड़े विज्ञापनों के चक्कर में ना पड़े और पहले जमीनी हकीकत का पता लगा ले अगर आपको जमीनी हकीकत का पता लगाना है तो काशीपुर रोड पर आज लॉन्च हुए इस प्रोजेक्ट के पुराने प्रोजेक्ट को खरीदने वाले लोगों से मिले हैं जो आपको बताएंगे कि तो दशक बाद भी वो अपने-अपने मकान का दाखिल खारिज तक नहीं करवा पाए हैं…उधर दो दशक पहले शुरू किए गए हाउसिंग परियोजना के बुरी तरह से फेल होने के बाद अब ठग्स ऑफ तराई रुद्रपुर के लोगों को उनके सपनों के घर का झूठा सपना दिखाकर एक बार फिर ठगी की बड़ी तैयारी कर रहे हैं।

सूत्रों की माने तो आज काशीपुर रोड पर जो दूसरा प्रोजेक्ट लॉन्च किया गया है उसकी जमीन भी विवादित है और अगर वहां भी आप मकान अथवा फ्लैट लेंगे तो रजिस्ट्री तो आपके हाथ में आ जाएगी पर दाखिल खारिज शायद आपके हाथ में नहा सके इसलिए कृपया बहुत ही जांच परखने के बाद ही आप अपने खून पसीने की कमाई को कहीं इन्वेस्ट करने की सोच…हम आपको बता दे कि जिस जमीन पर लोगों को उनके सपनों का घर बनाने की बात चल रही है वो जमीन भी विवादित बताई जा रही है और यही कारण है कि उस जमीन पर 20 वर्ष पूर्व शुरू किए गए हाउसिंग प्रोजेक्ट में मकान खरीदने वाले लोगों की आज तक दाखिल खारिज भी नहीं हो सकी है और तो और जिस जमीन पर लोगों को उनके सपनों का घर बनाने का दावा किया जा रहा है।

वहां कई नदी और नालों को भी बंद कर पाट दिया गया है. इसलिए हमारी आपको सलाह है कि अगर आप अपने खून पसीने की कमाई से अपने सपनों का घर खरीदना चाहते हैं तो ऐसे जाल साजो से बचें और किसी भी झांसे में ना आए इन दिनों कुछ जलसाज बड़े-बड़े विज्ञानों और फेसबुक पर मार्केटिंग करने वाले कुछ फेसबुकियो के माध्यम से लोगों को गुमराह कर रहे हैं और यूपी की जमीन को उत्तराखंड में दिखाने का प्रयास कर रहे हैं।

इसलिए आप लोग बड़े-बड़े विज्ञापनों और फेसबुकियो के चक्कर में ना पड़े ग्राउंड रियलिटी पता लगाने के बाद ही आप लोग अपने खून पसीने की कमाई को कहीं इन्वेस्ट करें नहीं तो आपको भी आने वाले समय में धोखा खाना पड़ सकता है, लिहाजा सतर्क रहें सावधान रहें और ठग्स ऑफ तराई से बच कर रहे।।

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