Wednesday, October 15, 2025
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पूर्व विधायक शुक्ला पर किडनैपिंग और तीस लाख हड़पने का आरोप – ब्लाक प्रमुख के चुनाव में हुए खेल का पर्दाफाश – बीडीसी सदस्य ने दी सपिरवार आत्मदाह की चेतावनी

सौरभ गंगवार/टुडे हिंदुस्तान 

पूर्व विधायक शुक्ला पर किडनैपिंग और तीस लाख हड़पने का आरोप

– ब्लाक प्रमुख के चुनाव में हुए खेल का पर्दाफाश

– बीडीसी सदस्य ने दी सपिरवार आत्मदाह की चेतावनी

रूद्रपुर। राजनीति में सत्ता और पद हासिल करने के लिए कई बार ऐसे हथकंडे अपनाए जाते हैं, जिनसे लोकतंत्र की गरिमा सवालों के घेरे में आ जाती है। ऐसा ही एक चौंकाने वाला मामला उजागर हुआ है रुद्रपुर में, जहां सैंजना क्षेत्र पंचायत सीट से निर्वाचित बीडीसी सदस्य रूचि पाल और उनके पति मन्नू पाल ने अपनी ही पार्टी के पूर्व विधायक राजेश शुक्ला पर गंभीर आरोप लगाकर राजनीतिक गलियारों में भूचाल ला दिया है। आरोप है कि ब्लाक प्रमुख चुनाव से पहले पूरे परिवार को किडनैप किया गया और जान से मारने की धमकियों के बीच तीस लाख रुपये हड़प लिए गए परिवार ने पैसे वापस न मिलने पर आत्मदाह की चेतावनी दी है।

रूचि पाल और मन्नू पाल ने मीडिया के सामने खुलासा किया कि ब्लाक प्रमुख चुनाव के दौरान पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने अपनी नजदीकी प्रत्याशी रीना गौतम को जिताने के लिए हर संभव कोशिश की आरोप है कि शुक्ला ने उन्हें पार्टी मीटिंग के बहाने बुलाया और बरेली ले जाकर अन्य बीडीसी सदस्यों के साथ एक होटल में करीब दो सप्ताह तक बंधक बनाए रखा इस दौरान हथियारबंद लोग उनकी निगरानी करते रहे। मन्नू पाल के अनुसार, शुक्ला को संदेह था कि उन्होंने ब्लाक प्रमुख की दूसरी उम्मीदवार ममता जल्होत्रा से सौदा किया है और पैसे लिए हैं। इसी शक के चलते उनसे रकम वापस करने या जमानत के तौर पर रकम देने का दबाव बनाया गया।

मन्नू पाल ने बताया कि उस समय उन्होंने अपनी जमीन बेची थी और तीस लाख रुपये अपनी ससुराल में रखे थे शुक्ला को इस बात की जानकारी थी आरोप है कि धमकियों और दबाव के बीच बीमार पिता से यह रकम निकलवाई गई और शुक्ला ने इसे चुनाव बाद वापस करने का वादा किया लेकिन रीना गौतम की जीत के बावजूद रकम वापस नहीं की गई मन्नू पाल ने कहा कि शुक्ला को शक है कि उन्होंने रीना गौतम को वोट नहीं दिया जबकि उन्होंने पूरी ईमानदारी से रीना के पक्ष में मतदान किया था।

रूचि पाल ने मीडिया के सामने रोते हुए कहा कि शुक्ला बार-बार उन्हें और उनके परिवार को जान से मारने की धमकी दे चुके हैं। तीस लाख रुपये हड़पे जाने के कारण उनका पूरा परिवार आर्थिक और सामाजिक संकट में घिर गया है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि उन्हें न्याय नहीं मिला और रकम वापस नहीं हुई तो वे पूरे परिवार के साथ आत्मदाह को मजबूर होंगे।

आरोपों पर शुक्ला मौनआम तौर पर छोटे-छोटे मुद्दों पर भी प्रेस वार्ताएं करने और लंबे प्रेस नोट जारी करने वाले पूर्व विधायक राजेश शुक्ला इस गंभीर प्रकरण पर पूरी तरह मौन हैं। उन्होंने अब तक इस मामले में कोई बयान नहीं दिया है। राजनीतिक हलकों में यह मौन कई सवाल खड़े कर रहा है। आलोचकों का कहना है कि यह तो केवल एक बीडीसी सदस्य के साथ हुई जबरदस्ती का मामला है, अगर इसकी निष्पक्ष जांच हो तो बड़े और हैरान कर देने वाले खुलासे सामने आ सकते हैं।

बचाव में उतरे ब्लाक प्रमुख पति जितेन्द्र गौतम खुद सवालों में घिरे

गंभीर आरोपों के बाद शुक्ला की तरफ से सफाई देने के बजाय ब्लाक प्रमुख रीना गौतम के पति जितेंद्र गौतम सामने आए उन्होंने ब्लाक सभागार में प्रेस वार्ता कर शुक्ला का बचाव करने की कोशिश की हालांकि, ब्लाक का कोई पद न होने के बावजूद सभागार का उपयोग कर प्रेस वार्ता करना स्वयं कई सवाल खड़े करता है। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पत्रकारों के कठिन सवालों से जितेंद्र गौतम कई बार असहज नजर आए और खिन्न भी हुए खास बात यह रही कि इस वार्ता में उनके साथ कोई जनप्रतिनिधि खड़ा नजर नहीं आया, जिससे बचाव और भी कमजोर पड़ गया।

जनता में गहराया संदेह, जांच की मांग तेज

यह मामला सामने आने के बाद से राजनीतिक और सामाजिक हलकों में भारी चर्चा है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि यदि एक निर्वाचित प्रतिनिधि के साथ ऐसा हो सकता है तो आम जनता कितनी असुरक्षित है। मामले ने न केवल पूर्व विधायक की भूमिका पर संदेह खड़ा किया है, बल्कि सत्ता के गलियारों में पैसों और दबाव की राजनीति को भी उजागर कर दिया है। देखना यह है कि पुलिस प्रशासन इस सनसनीखेज खुलासे को कितनी गंभीरता से लेते हैं और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए क्या कदम उठाए जाते हैं।

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