मेयर के लिए पहली पसंद बन रहे हैं विकास शर्मा जनता के बीच अच्छी छवि और सीएम से सम्बंधों का मिल सकता है लाभ
सौरभ गंगवार
रूद्रपुर। निकाय और लोकसभा चुनाव के लिए आहिस्ता आहिस्ता सरगर्मियां तेज होने लगी है। भाजपा पूरी तरह से चुनावी मोड में आ गयी है जिसके चलते तय समय पर चुनाव होने की उम्मीद जताई जा रही है। वर्तमान नगर निगम बोर्ड का कार्यकाल नवम्बर में खत्म होने जा रहा है। पिछले दिनों बोर्ड की अंतिम बैठक भी हो चुकी है। ऐसे में अब मेयर के चेहरे को लेकर चर्चाओं का दौर तेज हो गया है। हालाकि सबसे ज्यादा चर्चा मेयर की सीट पर आरक्षण को लेकर है। हर कोई इसके पीछे अपना अपना गणित लगा रहा है। कोई मेयर की सीट को सामान्य होने का दावा कर रहा है तो कोई मेयर की सीट को अनुसूचित जाति महिला या फिर ओबीसी के लिए आरक्षित मान रहा है। ऐसे में सामान्य और आरक्षित वर्ग के संभावित दावेदार टिकट की जद्दोजहद में जुट गये हैं।
शहर के हालातों पर नजर डालें तो शहरवासी वर्तमान और पूर्व मेयर के कार्यकाल से संतुष्ट नहीं हैं। लोगों का मानना है कि पिछले दस साल में शहर विकास की दौड़ में पिछड़ गया है। मलिन बस्तियों का बुरा हाल है। दस सालों में दोनों मेयर कूड़े के पहाड़ को हटाने में नाकाम साबित हुए हैं।
डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन आज भी महज खानापूर्ति बना हुआ है। शहर की तमाम सड़कें खस्ता हालत में हैं। जलभराव की समस्या भी जस के तस है। एंेसे में शहरवासी तेज तर्रार और शासन स्तर पर मजबूत पैठ रखने वाले चेहरे को मेयर के रूप में देखना चाहते हैं। इस मामले में विकास शर्मा का नाम सबसे आगे हैं। वैसे भी सामान्य सीट होने की स्थिति में विकास शर्मा का मेयर के टिकट के लिए दावा सबसे मजबूत हैं। सूत्रों की मानें तो सीएम धामी विकास शर्मा को मेयर के लिए हरी झण्डी भी दे चुके हैं। रही बात सीट के आरक्षित होने की तो इसमें भी सीएम धामी की अहम भूमिका रहनी है। ऐसे में विकास शर्मा को सीएम से सम्बंधों का लाभ मिलने की पूरी संभावना है। विकास शर्मा वर्तमान में भाजपा प्रदेश मंत्राी के साथ साथ कई दायित्व संभाल रहे हैं। मुख्यमंत्री ने उन्हें अपनी चंपावत विधानसभा का प्रभारी बनाया है। इसके अलावा हाल ही में उन्हें वोटर चेतना महाभियान के लिए दो लोकसभा क्षेत्रों की जिम्मेदारी सौंपी है।
दरअसल विकास शर्मा मुख्यमंत्री धामी के तब से करीबी रहे हैं जब वह विधायक भी नहीं बने थे। जब सीएम पुष्कर सिंह धामी युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष थे तभी से विकास शर्मा उनके साथ जुड़े थे रूद्रपुर जब भी धामी का आना होता था तो वह विकास शर्मा से जरूर मिलते थे जब सिडकुल बना था उस समय सिडकुल में 70 प्रतिशत स्थानीय युवाओं को रोजगार के मुद्दे पर चलाये गये आंदेालन में भी धामी के साथ विकास शर्मा ने बढ़ चढ़कर भूमिका निभाई थी धामी के साथ वर्षों पुराने सम्बंधों ने विकास शर्मा को कम समय में संगठन में बड़े और महत्वपूर्ण मुकाम तक पहुंचा दिया अनुभव की बात करें तो विकास शर्मा अनुभव के पैमाने पर भी संगठन की नजरों में खरे उतरे हैं। विकास शर्मा ने छात्र राजनीति के बाद भाजपा में राजनीतिक कैरियर की शुरूआत की थी छात्र संघ में वह उपाध्यक्ष रहे इसके बाद लगातार उन्होंने जनसमस्याओं को लेकर संघर्ष करते हुए जनता के बीच पैठ बनाई जनता के बीच साफ सुथरी छवि और संघर्ष की बदौलत ही वह पिछले दो चुनावों में रूद्रपुर सीट से भाजपा के टिकट के मजबूत दावेदार भी रहे पिछले दोनों ही चुनावों में उनका नाम टिकट के लिए पैनल में शामिल किया गया था पूर्व में वह भाजयुमो के जिलाध्यक्ष, जिला महामंत्री, प्रदेश कार्यकािरणी सदस्य के अलावा कई पदों पर रहे। पिछले कई चुनावों में उन्होनंे अहम जिम्मेवारियों का निर्वहन करते हुए पार्टी की जीत में अपना योगदान दिया था।
कुल मिलाकर आगामी निकाय चुनाव में मेयर पद के लिए विकास शर्मा का दावा सबसे अहम होगा शहरवासी भी विकास शर्मा जैसे तेज तर्रार और अनुभवी नेता को मेयर की कुर्सी पर देखना चाहती है, लोगों को उम्मीद है कि विकास शर्मा अगर मेयर बने तो सीएम से सम्बंधों का लाभ लेकर वह शहर को चमकाने में जरूर कामयाब होंगे।।