अनीता अन्ना ने कहा पिछले डेढ़ साल से यूनियन के श्रमिक ज़ाइडस कंपनी मालिक द्वारा अवैध तरीके से बंद की गई कंपनी से कानूनी मिलने वाले लाभों की मांग कर रहे हैं।
सौरभ गंगवार
रुद्रपुर। ट्रेड यूनियन ऐक्टू से संबद्ध ज़ाइडस कॉन्ट्रैक्ट वर्कर यूनियन ने अनाज मंडी में आम सभा की और अवैध तरीके से बंद ज़ाइडस कंपनी के श्रमिकों को अवैध बंदी के दौर की सैलरी सहित शेष सभी लाभ देने की मांग की।
इस दौरान हुई सभा को संबोधित करते हुए यूनियन की नेता अनीता अन्ना ने कहा कि पिछले डेढ़ साल से यूनियन के श्रमिक ज़ाइडस कंपनी मालिक द्वारा अवैध तरीके से बंद की गई कंपनी से कानूनन मिलने वाले लाभों की मांग कर रहे हैं। किसी भी कंपनी के मालिक द्वारा अवैध तरीके से बंद करने पर कंपनी खुली ही मानी जाएगी और श्रमिक इस दौर का वेतन पाने के हकदार रहते हैं। श्रम विभाग श्रमिकों के इस कानूनन हक को दिलाने में अभी तक विफल रहा है। श्रम विभाग व कम्पनी मालिक कुछ श्रमिकों को मात्र ग्रेच्युटी का लाभ दिलाकर शेष कानूनी हकों पर डाका डालने की कोशिश कर रहे हैं।
यूनियन के नेता नरेंद्र सिंह ने कहा कि हाइकोर्ट में श्रमिकों के लाभ का मामला हमने उठाया था। जिस पर हाइकोर्ट ने श्रम विभाग को 3 माह में श्रमिकों का हक दिलाने के निर्देश दिए थे। परन्तु हाइकोर्ट के निर्देश के दवाब में अभी तक सिर्फ कुछ श्रमिकों को मात्र ग्रेच्युटी का लाभ दिया है। कंपनी के सभी ठेकेदार ईमानदारी से पात्र मजदूरों को ग्रेच्युटी का लाभ नहीं दे रहे हैं। श्रम विभाग के निर्देश के बावजूद ठेकेदार मजदूरों की ड्यूटी का ब्यौरा देने में आनाकानी कर रहे हैं। इसके खिलाफ यूनियन लड़ाई तेज करेगी।
ऐक्टू नेता ललित मटियाली ने कहा कि भाजपा सरकार में मजदूरों को न्याय मिलना बहुत कठिन हो गया है। मोदी सरकार द्वारा बनाए गए 4 श्रम कोड मजदूरों की न्याय पाने की लड़ाई में रोड़ा बनेंगे । इसलिए 4 नए श्रम कोड के खिलाफ लड़ाई को तेज करना होगा।।