मण्डी के अधिकारी चहेते ठेकेदारों पर मेहरबान खास ठेकेदारों को काम के नाम पर खिलाया जा रहा च्यवनप्राश बाकी ठेकेदारों को नहीं मिल पा रही घास
सौरभ गंगवार
रूद्रपुर। उत्तराखण्ड कृषि उत्पादन विपणन बोर्ड के अधिकारी ठेकेदारों पर मेहरबान हैं। चहेतों को लाभ पहुंचाने के लिए शर्तों में गोलमोल किया जा रहा है। सांठ गांठ के दम पर कुछ ठेकेदार चांदी काट रहे हैं जबकि कई ठेकेदारों को काम मण्डी में काम मिलना अब आसान नहीं रहा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की जीरो टॉलरेंस की नीति की उन्हीं के गृह जनपद में धज्जियां उड़ रही है। बताया जाता है जिला मुख्यालय पर स्थित उत्तराखण्ड कृषि उत्पादन विपणन बोर्ड के अधिकारी टेंडर प्रक्रिया के नियमों का खुलकर उल्लंघन करते हुए अपने चहेतें ठेकेदारों को काम दिला रहे हैं। टेंडरों में गोलमाल का खेल इस कदर चल रहा है कि सब कुछ पहले ही सैट हो जाता है। टेंडर प्रक्रिया सिर्फ खानापूर्ति के लिए की जाती है। चहेते ठेकेदारों के अलावा अन्य ठेकेदारों की निविदाओं को कई तरह की कमियां निकालकर निरस्त कर दिया जाता है और चहेते ठेकेदार मनमाने रेटों पर काम लेने में सफल हो जाते हैं।
सूत्रों के मुताबिक किसी चहेते ठेकेदार को लाभ पहुंचाने के लिए टेंडर प्रक्रिया की शर्तों को ही बदल दिया जाता है। आलम यह है कि कई ठेकेदार मण्डी में काम के लिए तरस गये हैं। चंद ठेकेदार मण्डी में सैटिंग के दम पर चांदी काट रहे हैं। एक तरफ मुख्यमंत्री जीरो टॉलरेंस का दावा करते हैं तो दूसरी तरफ उन्हीं के गृह जनपद में भ्रष्टाचार सिर चढ़कर बोल रहा है, यह स्थिति तब है जबकि जिला मुख्यालय पर आला अधिकारी बैठे हैं, लेकिन मण्डी के अधिकारियों की कारगुजारियों पर किसी की नजर नहीं है।।