हतोत्साहित कांग्रेसी नहीं दे पा रहे प्रचार को धार एसी कमरों में बैठकर हो रहा कांग्रेस का प्रचार
सौरभ गंगवार
रूद्रपुर। लोकसभा चुनाव को लेकर जहां भाजपा ने पूरी ताकत झोंक दी है, वहीं कांग्रेस इस दिशा में अभी तक सुस्त चाल चल रही है। भाजपा के स्टार प्रचारकों के मैराथन दौरे शुरू हो रहे हैं लेकिन कांग्रेस के नगर से लेकर जिला स्तर के नेता एसी कमरों में बैठकर चुनाव प्रचार करते नजर आ रहे हैं। कांग्रेस की सुस्त चाल को देखकर लगता है कि यहां चुनावी मैच पहले ही ‘फिक्स’ हो चुका है।
लोकसभा चुनाव के मतदान के लिए अब सिर्फ 13 दिन का समय शेष है। भाजपा एक के बाद एक स्टार प्रचार सभाओं के जरिए पार्टी के पक्ष में माहौल खड़ा करने में जुटी है। भाजपा की ओर से पीएम मोदी की बड़ी रैली हो चुकी है। भाजपा के कार्यकर्ता गली मोहल्लों में धुंआधर प्रचार कर रहे हैं जबकि कांग्रेस अभी तक चुनाव प्रचार में सुस्त दिखाई दे रही है। अभी तक कांग्रेस का कोई बड़ा नेता प्रचार के लिए नहीं आया। जिसके चलते कांग्रेसी बुरी तरह हतोत्साहित हैं। प्रत्याशी के रूप में प्रकाश जोशी को उतारे जाने से पार्टी के कार्यकर्ता खुश नजर नहीं आ रहे। दूसरी तरफ प्रचार के लिए कार्यकर्ताओं को पैसे के भी लाले पड़े हुए हैं। दबी जुबान में कांग्रेसियों का कहना है कि प्रचार के लिए पर्याप्त झण्डे बैनर तक नहीं हैं तो ऐसे में कार्यकर्ता प्रचार कें भी तो कैसे।
कांग्रेस की ग्रामीण से लेकर नगर और जिला स्तर की कमेटियों के पदाधिकारी प्रचार में सुस्त नजर आ रहे हैं। प्रचार में कांग्रेसी जनहित के मुद्दों को उठाने में भी नाकाम साबित हो रहे हैं। ऐसा लग रहा है कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं में बेहतर नेतृत्व की कमी है। कांग्रेस नेतृत्व कार्यकर्ताओं चुनावी महासंग्राम के लिए अभी तक एकजुट करने में भी विफल नजर आ रहा है। आलम यह है कि आम तौर पर पूरे साल अखवारों में बयानबाजी करने वाले कांग्रेस के छुटभैये नेता भी प्रचार की दौड़ में गायब नजर आ रहे हैं। चुनावी प्रबंधन इतना कमजोर साबित हो रहा है कि दिनभर के चुनाव प्रचार कार्यक्रमों की कवरेज तक मीडिया को उपलब्ध नहीं हो पा रही है। ऐसे में कांग्रेस की चुनावी नैया पार होना बेहद कठिन मालूम पड़ रहा है। प्रचार के लिए अब 12 दिन का समय शेष है कांग्रेस के नेताओं की स्थिति यही रही तो रूद्रपुर विधानसभा से कांग्रेस की करारी हार तय है।।