जल निगम व जल संस्थान को खतम करने की कोशिश का विरोध
सौरभ गंगवार
रूद्रपुर- विभिन्न मांगों को लेकर जल निगम, जल संस्थान संयुक्त मोर्चा ने अधिशासी अभियंता उत्तराखण्ड जल संस्थान के कार्यालय के समक्ष सांकेतिक धरना दिया धरना स्थल पर सभा को सम्बोधित करते हुए मोर्चा के पदाधिकारियों ने कहा कि शहरी विकास विभाग के अन्तर्गत संचालित पेयजल एवं सीवरेज कार्यों का निर्माण कार्य उत्तराऽण्ड पेजल निगम से न कराकर यूयूएसडीए द्वारा कराया जा रहा है और उसका संचालन कार्य भविष्य में उत्तराऽण्ड जल संस्थान द्वारा ना कराकर यूयूएसडीए द्वारा स्वंय अपने हाथो में लिया जा रहा है।
उत्तफ़ कार्यवाही उत्तरप्रदेश जलापूर्ति एवं सम्भरण अधिनियम 1975 का स्पष्ट उल्लघन है। शहरी विकास विभाग द्वारा निर्माण/संचालन विशेष विभाग उत्तराऽण्ड पेयजल निगम व उत्तराऽण्ड जलसंस्थान को ऽत्म करने की साजिश लगातार की जा रही है। कहा कि एक ओर एकीकरण/राजकीयकरण शासन स्तर से बिलम्ब होने से उत्तराऽण्ड पेयजल निगम सभी कार्मिक निराश है वहीं शहरी विकास विभाग के अन्तर्गत संचालित संस्था यूयूएसडीए द्वारा मूल अभियांत्रिकी विभागों के कार्यक्षेत्र में अतिक्रमण किये जाने से सभी कार्मिक आक्रोश में है।
उत्तफ़ संस्था द्वारा कराये जा रहे कार्यों की गुणवत्ता स्तरीय नही पायी गयी, जिस काराण निर्माण कार्यों में लापरवाही व तकनीकी अज्ञानता के कारण जहाँ शासकीय धन की बर्बादी हो रही है वही अनियोजित एवं त्रुटिपूर्ण हानि निर्माण कार्यों के कारण आम जनता को हो रही असुविधा के कारण सरकार की छवि भी धूमिल हो रही है। इस दौरान संयोजक बीसी जोशी, मनोज सक्सेना, एससी भट्ट, गोविंद कन्याल, ललित चन्द्र जोशी, अवनीश कुमार गुप्ता, अजय चौधरी, दीवान राम आर्या, मुनीष कुमार, बद्री प्रसाद, राजकुमार, विपिन चक्रवर्ती, आलोक सक्सेना, मनोज पाठक, श्याम लाल, अमित तिवारी, गिरधारी महतो आदि मौजूद थे।।