मेट्रोपोलिस सोसायटी में अब नहीं चलेगी मनमानीः डॉ. चंदोला – हाईकोर्ट के निर्णय को भाजपा नेता ने बताया सत्य और संघर्ष की जीत
सौरभ गंगवार/टुडे हिंदुस्तान
रूद्रपुर। मेट्रोपोलिस रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (एमआरडब्लूए) के चुनाव में चल रही कथित अनियमितताओं और मनमानी पर हाईकोर्ट द्वारा लगाम कसने के फैसले का मेट्रोपोलिस सिटी के निवासी और वरिष्ठ भाजपा नेता डॉ. केसी चंदोला ने स्वागत किया है। उन्होंने इस निर्णय को कॉलोनीवासियों के संघर्ष और सत्य की जीत करार दिया है।
डॉ. चंदोला ने मीडिया को जारी बयान में बताया कि एमआरडब्लूए के चुनाव लंबे समय से मनमाने ढंग से कराए जा रहे थे। कॉलोनी में जहां 1600 से अधिक घर हैं, वहीं एसोसिएशन की सदस्यता मात्र 100 लोगों को ही दी जाती रही, जो कि बेहद अन्यायपूर्ण और लोकतांत्रिक व्यवस्था के विरुद्ध है। सीमित सदस्यों के आधार पर चुनाव कराकर एसोसिएशन के पदाधिकारी अपनी मनमानी थोपते रहे, जिससे कॉलोनीवासी लंबे समय से परेशान थे।
चंदोला ने कहा कि इस मनमानी के खिलाफ कॉलोनीवासियों ने रजिस्ट्रार से लेकर कमिश्नर कार्यालय तक शिकायतें कीं गयी। रजिस्ट्रार कार्यालय द्वारा दिए गए आदेश को भी एसोसिएशन पदाधिकारियों ने हाईकोर्ट में चुनौती देकर मामले को भटकाने का प्रयास किया। लेकिन हाईकोर्ट ने तथ्यों और न्याय के आधार पर एसोसिएशन की रिट याचिका को खारिज करते हुए अंतरिम आदेश भी निरस्त कर दिया। यह निर्णय कॉलोनीवासियों के हक में एक ऐतिहासिक और मार्गदर्शक फैसला साबित हुआ है। हाईकोर्ट के इस फैसले के बाद अब मेट्रोपोलिस सिटी के सभी निवासियों के लिए एसोसिएशन की सदस्यता का रास्ता पूरी तरह साफ हो गया है।
डॉ. चंदोला ने कहा कि इस निर्णय से न केवल पारदर्शी और निष्पक्ष चुनावों का रास्ता खुलेगा, बल्कि कॉलोनी में वर्षों से लंबित समस्याओं के समाधान की दिशा भी प्रशस्त होगी। उन्होंने कहा कि अब हर निवासी आगामी चुनावों में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर सकेगा, जिससे वास्तविक जनसमस्याओं के समाधान की उम्मीदें मजबूत हुई हैं। डॉ. चंदोला ने हाईकोर्ट के फैसले को कॉलोनीवासियों के लिए बड़ी राहत बताते हुए कहा कि निर्णय के बाद मेट्रोपोलिस सिटी में खुशी और संतोष की लहर है। उन्होंने कहा कि मेट्रोपोलिस कालोनीवासियों की भलाई और सोसायटी के विकास के लिए जो टीम ईमानदारी और पारदर्शिता से काम करेगी उसके साथ वह कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहेंगे।

