ऊधम सिंह नगर

शहर के 25 हजार कुर्मियों को पटेल चौक का इंतजार .पटेल द्वार के निर्माण में देरी से कुर्मी समाज के लोगों में रोष जाति प्रमाण पत्र के नविनीकरण में नियमों में हो बदलाव .क्षेत्र में गंदगी की समस्या गंभीर चिंता का विषय

सौरभ गंगवार

रुद्रपुर में कुर्मी समाज के 25000 लोग रहते हैं। वर्तमान समय में कुर्मी समाज के लोग वर्ग से जुड़ी समस्याओं से लेकर मूलभूत सुविधाओं के बोझ के तले जीने को मजबूर हैं। रुद्रपुर में ट्रांजिट कैंप, भदईपुरा , पहाड़गंज और रम्पुरा ओबीसी बाहुल्य क्षेत्र हैं। कुर्मी समाज के लोगों ने ट्रांजिट कैंप के मुख्य द्वार पर एक सरदार बल्ल्भ भाई पटेल द्वार बनाए जाने की मांग उठाई है। शीर्ष नेताओं से कई बार आश्वासन मिलने के बाद भी आज तक पटेल द्वार की नींव तक नही रखी गई है। ओबीसी समाज के लिए जिंदगी भर संघर्ष करने वाले समाज के प्रेरणा स्त्रोत रहे सरदार पटेल की भावी पीढ़ी की नजरों में की यादों में संजोय रखने के लिए पटेल द्वार का निर्माण शीघ्र किया जाना चाहिए। प्रत्येक तीन वर्ष में ओबीसी समाज के प्रमाण पत्र के नवीनीकरण के नियम को भी बदला जाना चाहिए।

रुद्रपुर। कुर्मी बाहुल्य समाज ने मुख्य रूप से ट्रांजिट कैंप के मुख्य द्वार पर सरदार बल्लभ भाई पटेल द्वार बनाए जाने और शहर में ओबीसी समाज के लिए एक कम्यूनिटी हॉल बनाए जाने की मांग को प्रमुखता से रखा है। कुर्मी वर्ग से जुड़ी कईं समस्याओं पर भी समाज के लोगों ने प्रकाश डाला कुर्मी समाज के लोगों का कहना है कि ओबीसी समाज के सभी लोगों को जाति प्रमाण पत्र बनाना पड़ता है। उत्तराखंड के नियमों के अनुसार प्रत्येक तीसरे वर्ष के बाद उन्हे फिर से प्रमाण पत्र का नवीनीकरण कराना पड़ता है। बेवजह समाज के लोगों को फजीहत उठानी पड़ती है। एक बार बनाए गए जाति प्रमाण पत्र को सदैव के लिए मान्य किया जाना चाहिए राजनिति में भी कुर्मी समाज के लोगों को प्रतिनिधित्तव का अवसर दिया जाना चाहिए मेयर या विधायक में से किसी एक पद को ओबीसी के लिए आरक्षित किया जाना चाहिए कुर्मी समाज की क्षेत्र से जुड़ी हुई कईं समस्याएं हैं। क्षेत्र में नियमित रूप से कूड़ा गाड़ी नही आने और चोक नाली से पूरे क्षेत्र में गंदगी का पसरी हुई है। गलियों में बिजली की झूलती तारें कभी भी किसी बड़े हादसे को न्यौता दे सकते हैं। बीच बस्ती में शराब की दुकाने खुलने से अराजकता का माहौल है। क्षेत्र में कहीं भी शुलभ शौचालय की व्यवस्था नही है। क्षेत्र में सुरक्षा की दृष्टि से सीसीटीवी लगाए जाने की मांग की जा रही है। पानी की पाइप लाइन डलने के बावजूद पानी चालू नही किया गया है।

समस्याएं।

मुख्य चौराहे पर हो भव्य पटेल द्वार का निर्माण

सालों से रूद्रपुर शहर मे रह कर शहर के आर्थिक और सामाजिक विकास में भागीदारी निभाने वाले कुर्मी समाज के लोगों में उनके इतिहास को नजरअंदाज किए जाने को लेकर काफी रोष है। कुर्मी समाज के लोगों का कहना है कि वर्षों से पटेल द्वार और पटेल भवन बनाए जाने की मांग की जा रही है। हम चाहते हैं कि हमारी आने वाली पीढ़ी भी सरदार बल्लभ भाई पटेल से प्रेरणा ले बीते वर्ष वर्तमान विधायक शिव अरोरा को ज्ञापन देकर मांग की गई थी शिव अरोरा की ओर से झील के समीप भव्य पटेल द्वार बनाए जाने का आश्वासन दिया गया था वर्तमान समय तक उस जगह पर निर्माण कार्य शुरू नही हुआ है। बीते दिनों ही नवनिर्वाचित मेयर विकास शर्मा के संज्ञान में भी यह विषय लाया गया है। समाज के लोगों का एक सुर में कहना है कि शीघ्र से शीघ्र पटेल द्वार और एक पटेल भवन का निर्माण किया जाए।

जाति प्रमाण पत्र के नवीनीकरण के नियमों हो बदलाव

कुर्मी समाज के लोगों को हर तीन वर्ष बाद अपने जाति प्रमाण पत्र का नवीनीकरण करना अनिवार्य होता है। कुर्मी समाज का कहना है कि इन नियमों में बदलाव किया जाना चाहिए वर्ष 2002 में उत्तराखंड की स्थापना के समय से ही पूर प्रदेश में यह नियम लागू किया गया है। समीवर्ती उत्तर प्रदेश में यह नियम लागू नही है। उत्तर प्रदेश में मात्र एक ही बार जाति प्रमाण पत्र बनाया जाता है। हर प्रत्येक तीर साल में प्रमाण पत्र बनाए जाने से लोगों को दिक्कतो का सामना करना पड़ता है। नौकरी के आवेदन में देरी के कारण कईं युवा समय पर नौकरी के लिए आवेदन नही कर पाते हैं। इसी तरह की समस्या पासपोर्ट व अन्य कागजी कार्रवाई में भी होती है।

राजनिति में मिले प्रतिनिधित्तव करने का मौका

कुर्मी समाज के अधिकतम लोग कईं समाजिक व्यवस्थाओं के अभाव के कारण राजनिति में भागीदारी नही निभा पाते हैं। वर्तमान समय में ओबीसी समाज का कोई भी व्यक्ति मुख्य धारा की राजनिति में नही है। कुर्मी समाज का कहना है कि उच्च स्तर पर भागीदारी ना होने के कारण उनके मुद्दों की सुनवाई नही की जाती है। कुर्मी समाज पहले से ही उपेक्षाओं का दंश झेल रहा है। पटेल चौक और पटेल भवन का मुद्दा सालों से अटका है। मेयर और विधायक पद में भागीदारी का मौका समाज के लोगों को सालों से नही मिल पाया है। आगामी नगर निगम चुनावों और विधानसभा चुनावों में ओबीसी में आने वाले कुर्मियों में आरक्षण मिलना चाहिए। सभी स्तर में समाज के विकास के लिए यह एक अहम कदम है। शीर्ष नेताओं को इस मामले का संज्ञान लेना चाहिए।

सुरक्षा की दृष्टि से सीसीटीवी और पुलिस गश्त बढ़ाई जाए

रुद्रपुर शहर में अपराध के सबसे अधिक मामले ट्रांजिट कैंप क्षेत्र में ही दर्ज किए जाते हैं। क्षेत्र में बढते नशे के प्रभाव से सभी लोग त्रस्त हैं। बीच बस्ती में शराब की दुकान मौजूद है। कुर्मी समाज के लोग और बच्चे भी इससे प्रभावित हो रहे हैं। समाज के लोगों का कहना है कि मुख्य क्षेत्र के मुख्य चौराहों पर सीसीटीवी लगाए जाने चाहिए कोई भी अप्रिय घटना होने पर सीसीटीवी के माध्यम से आरोपियों की जांच की जा सकती है। क्षेत्र में बड़ी बाजार भी मौजूद है। व्यापारियों को भी असुरक्षा के माहौल में काम करना पड़ रहा है। सीसीटवी लगने से अपराधियों में पकड़े जाने का भय रहेगा। बीच बस्ती में शराब की दुकानो होने के कारण सुबह से ही क्षेत्र में नशेड़ियों का आतंक रहता है। महिलाओं से छेड़खानी और छींटाकशी की घटनाएं बढ़ रही हैं। शीघ्र पुलिस की गश्त बढ़ाकर ऐसी घटनाओं पर रोक लगाई जानी चाहिए।

कूड़े के ढेर और लावारिस पशुओं से त्रस्त लोग

रूद्रपुर शहर में तकरीबन सभी वार्डो की स्थिति एक समान है। ओबीसी बाहुल्य वार्ड भी कूड़े की सफाई और लावारिस पशुओं की समस्या से जूझ रहे हैं। कुर्मी समाज के लोगों का कहना कि क्षेत्र में नियमित रूप से कूड़ा उठाने के लिए कूड़े की गाड़ी नही आती है। ट्रांजिट कैंप क्षेत्र में लगभग दस वार्ड शामिल हैं। पूरे कैंप क्षेत्र में जगह जगह कूड़े के ढेर लगे हुए हैं। कूड़े के ढेर के आस पास लावारिस पशुओं का जमावड़ा लगा रहता है। नालियों की नियमित सफाई ना होने के कारण पूरे क्षेत्र की नालियां गंदगी से चोक हैं। बरसात के मौसम में नालिंयां चोक होकर दूषित पानी लोगों के घरों में घूस जाता है। पूरे क्षेत्र में संकरी नालियों में बिजली के पोल क्षतिग्रस्त हैं। बिजली की नंगी तारें घरों के समीप झूल रही हैं। कईं जगह सड़कों का निर्माण नही हो पाया है। कच्ची सड़कों पर खेलने से बच्चें चोटिल हो रहे हैं। लोगों का कहना है कि यह निगम की बड़ी लापरवाही है जिसका जल्द समाधान किया जाना चाहिए।

सुझाव समस्या

आधी सड़क ना बनने का संज्ञान उच्च अधिकारियों को लेना चाहिए यदि किसी राजनितिक कारणों से निर्माण कार्य नही किया गया है तो अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई किया जाना चाहिए।

चामुंडा मंदिर से झील तक सड़क का निर्माण नही किया गया है। हजारो स्कूली छात्र यहां से रोजाना गुजरते हैं। क्षतिग्रस्त सड़क के कारण स्कूली बच्चे चोटिल होते हैं।

एक व्यक्ति के नाम पर तीन राशन गल्ले की दुकाने चलाना अवैध है। तुरंत कार्रवाई कर व्यापक इंतजाम किए जाने चाहिए

हजारों की संख्या के लिए राशन गल्ले की दुकान एक ही व्यक्ति के नाम से संचालित की जा रही है। राशन की लाइन में रोजाना हजारों की लाइन लगती है। जिस कारण समय पर राशन नही मिल पाता है।

बिजली के कनेक्शन देने की पुरानी व्यवस्था लागू की जानी चाहिए कर्मचारियों की उच्च अधिकारियों से शिकायत की जानी चाहिए।

नजूल भूमि का बहाना देकर एक साल से बिजली के कनेक्शन नही दिए जा रहे हैं। लोगों की शिकायत है कि 15000 की घूस देने वालों को कनेक्शन बांटे जा रहे हैं।

नगर निगम की कूड़ा गाड़ी नियमित आने से समस्या का समाधान किया जा सकता है। जगह जगह कूड़े के डिब्बे रखे जाने चाहिए

पूरे क्षेत्र में बड़े स्तर पर मीट का व्यापार किया जाता है। कईं मीट व्यापारी बचे हुए अवशेष नालियों में डालते हैं। जिससे दुर्गंध और बीमारियां फैलने का खतरा रहता है।

ई रिक्शाओं का रूट निर्धारित किया जाना चाहिए अवैध ई रिक्शाओं का स्त्यापन कर चालान किया जाना चाहिए।

पूरे क्षेत्र में जाम की मुख्य समस्या का कारण ई रिक्शा है। हर मिनट तकरीबन 10-20 ई रिक्शा सड़क से गुजरते हैं। यही ई रिक्शा दुर्घटना का कारण भी बनते हैं।

वर्जन——-

दो साल पहले डल चुकी पाइप लाइन में अभी तक पानी का संचालन नही किया गया है। लोगों को डर है कि एक साथ पूरा बिल ना मांगा जाए।

नंद किशोर

रोड के बगल में फूटपाथ को कच्चा छोड़ा गया है। जल्छ टाइल का निर्माण किया जाना चाहिए।

मनोहर गंगवार

बिजली के पोल पर नंगी तारें घरों के बाहर झूल रही हैं। जल्द इन्हें ठीक किया जाना चाहिए।

रामदास

हर महीनें 50 रूपये की पर्ची काटने के बावजूद क्षेत्र में सफाई नही की जा रही है। रोजाना कूड़ा गाड़ी घर तक आनी चाहिए।

हुकुम सिंह

लावारिस पशुओं का आतंक पूरे क्षेत्र में है। आक्रोशित पशु कईं बार बच्चों पर हमला कर चुके हैं। निगम को लावारिस पशुओं की धरपकड़ की जानी चाहिए।

आकाश गंगवार

हजारों की आबादी की सुरक्षा के लिए एक भी सीसीटीवी कैमरा नही लगाया गया है। सीसीटीवी कैमरे लगने से घटनाओं में रोकथाम लगाई जा सकेगी।

दीपक कुमार

क्षेत्र में मुख्य बाजार भी है। हजारो महिलाएं रोजाना खरीददारी के लिए आती हैं। क्षेत्र में एक भी शौचालय नही है।

आरती सिंह

क्षेत्र में जितने भी मीट के कारोबारी हैं। सभी का जल्द पंजीकरण कर साफ सफाइ ना मिलने पर चालान की कार्रवाई नही की जानी चाहिए।

राकेश रस्तोगी

जाम की समस्या से निपटने के लिए ई रिक्शाओ का सत्यापन करवाया जाना सबसे जरूरी है।

मुकेश कुमार

जाति प्रमाण पत्र के नवीनीकरण के नियमों में बदलाव लाना चाहिए। ओबीसी समाज को सालों से समस्या हो रही है।

देवेंद्र विश्वास

आजाद नगर में बिजली का एक पोल क्षतिग्रस्त हैं। लंबी संकरी गली में बिजली का संचालन मात्र दो खंभो से किया जा रहा है।

दीपक रस्तोगी

ओबीसी समाज के कईं लोग गरीबी रेखा से नीचे हैं। नलों पर पानी ना आने के कारण हर महीने 1-2 हजार बिजली का बिल आ रहा है।

दुर्गेश सिंह

पटेल द्वार और पटेल भवन की मांग के निर्माण के लिए झूठे आश्वासन देकर ओबीसी समाज के लोगों को गुमराह किया जा रहा है। हमारे प्रेरणा स्त्रोत सरदार बल्लभ भाई पटेल के इतिहास को हम अपनी अगली पीढ़ी के हर बच्चे तक पहुंचाना चाहते हैं। प्रशासन और प्रतिनिधिओं से मांग है शीघ्र निर्माण कार्य शुरू किया जाए पूरे ओबीसी समाज से रोष है।

सौरभ गंगवार, अध्यक्ष , कुर्मी महासभा

मूलभूत सुविधाओं से समाज जूझ रहा है। बिजली, पानी, साफ सफाई , सुरक्षा और सड़कों के निर्माण सभी व्यवस्थाओं में निगम पूरी से फेल हो चुका ह। जनता को उसके हाल पर छोड़ दिया गया है। गर्मियां जल्द शुरू होने वाली है बिजली की झूलती तारों के कारण कभी कोई बड़ी घटना हो सकती है। नियमित गाड़ी आने सेक्षेत्र की साफाई की सारी समस्याएं दूर हो जाएंगी।

चोखेलाल गंगवार, पूर्व पार्षद प्रत्याशी

 

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