सरदार भगत सिंह राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में सिनेमा एवं इतिहास पर कार्यक्रम हुआ सम्पन्न
सौरभ गंगवार
रुद्रपुर । आज सरदार भगत सिंह राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय रुद्रपुर में इतिहास परिषद के तत्वावधान में सिनेमा एवं इतिहास के संबंध पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया इस कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों को एक ऐतिहासिक फिल्म दिखाई गई और उसके माध्यम से सिनेमा और इतिहास के बीच के अंतर को समझाने का प्रयास किया गया।
कार्यक्रम में इतिहास विभाग की विभाग प्रभारी डॉ. अपर्णा सिंह ने छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि “सिनेमा इतिहास को प्रस्तुत करने का एक प्रभावी माध्यम हो सकता है, लेकिन यह जरूरी नहीं कि हर फिल्म ऐतिहासिक घटनाओं को पूरी सटीकता से दर्शाए। सिनेमा में रचनात्मक स्वतंत्रता होती है, जबकि इतिहास तथ्यों और प्रमाणों पर आधारित होता है।” उन्होंने विद्यार्थियों को ऐतिहासिक फिल्मों को समझदारी से देखने और उनमें प्रस्तुत घटनाओं की ऐतिहासिक प्रामाणिकता को परखने की सलाह दी।इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. आर. के. उभान ने कहा कि “सिनेमा और इतिहास के बीच गहरा संबंध है, लेकिन दोनों का उद्देश्य अलग-अलग होता है। इतिहास तथ्यों का संकलन और विश्लेषण करता है, जबकि सिनेमा मनोरंजन और प्रस्तुति पर अधिक ध्यान केंद्रित करता है।
इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया और सिनेमा एवं इतिहास के बीच के अंतरों को लेकर गहन चर्चा की। अंत में, प्रश्नोत्तर सत्र आयोजित किया गया, जिसमें विद्यार्थियों ने विशेषज्ञों से अपनी जिज्ञासाओं का समाधान प्राप्त किया. कार्यक्रम में इतिहास के प्राध्यापक डॉ . प्रमोद कुमार जोशी , अनामिका , सालेह, तररण नुम, शिवांशु, वैष्णवी, कामना, नीतू आदि उपस्थित थे.