रुद्रपुर को प्रयोगशाला बनाकर यहां प्रीपेड विद्युत मीटर लगाने की योजना बनाई जा रही है। पूर्व विधायक
सौरभ गंगवार
रुद्रपुर। पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल ने कहा कि भाजपा नेता प पूर्व मेयर रामपाल सिंह और भाजपा किसान मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौहान ने नवरात्र में एक गरीब कन्या से छतरपुर रेलवे अंडरपास के निर्माण की शुरुआत कराई थी वह एक भाजपा नेता को इतनी अखर गई कि उन्होंने डीएम से कह कर पुन्: निर्माण रुकवा दिया, क्योंकि इसका श्रेय उन्हें नहीं मिला उन्होंने बगैर नाम लिए भाजपा विधायक शिव अरोरा को धृतराष्ट्र की संज्ञा दी कहा कि अपने कार्यकाल की कोई उपलब्धि नहीं है और केंद्र सरकार के जनहित के कार्य भी ईर्ष्या वश होने नहीं दे रहे हैं।
ठुकराल ने एक होटल में प्रेस कांफ्रेंस करके कहा कि जिस अंडरपास का निर्माण होना है उससे 25 हजार जनता प्रभावित होगी डीएम ने पूर्व में एडीएम पंकज उपाध्याय के नेतृत्व में एक समिति गठित की थी एडीएम ने व्यापक सर्वे के बाद इस अंडरपास को जनहित में बताया और डीएम ने निर्माण कार्य शुरू करने की स्वीकृति दी इसके बाद भाजपा के ही नेताओं ने नवरात्र में एक गरीब कन्या से नारियल तुड़वाकर अंडरपास का निर्माण कार्य प्रारंभ कराया इस बात से एक नेता को इतनी परेशानी हुई कि उन्होंने डीएम से बात की और डीएम ने पटवारी सुशील जुनेजा को मौके पर भेज कर कार्य रुकवा दिया इन नेता की अपने कार्यकाल कोई उपलब्धि नहीं है। पूर्व में स्वीकृत कार्यों का उद्घाटन कर रहे हैं। कहा कि वह सत्ता के नशे में धृतराष्ट्र बने हुए हैं। सवाल कीया कि अपनी पार्टी के नेताओं इतनी ईर्ष्या क्यों? जब केंद्र सरकार ने अंडरपास मंजूर किया है तो धृतराष्ट्र को दिक्कत क्या है?
ठुकराल ने कहा कि रुद्रपुर को प्रयोगशाला बनाकर यहां प्रीपेड विद्युत मीटर लगाने की योजना बना ली गई और बगैर जनहित का ध्यान रखे धृतराष्ट्र ने सेटिंग गेटिंग करके प्रीपेड मीटर लगवाने का काम शुरू करवाने की सहमति दे दी, जबकि इसके लिए व्यापक जनसमर्थन होना चाहिए था। गरीब और दिहाड़ी मजदूर प्रीपेड मीटर कैसे लगवा सकेंगे कहा कि प्रीपेड मीटर का मतलब है कि एडवांस बिजली का भुगतान करना होगा यदि किसी परिस्थिति में गरीब एडवांस भुगतान नहीं कर पाया तो बिजली स्वत: ठप हो जाएगी कहा कि बिजली विभाग के अधिकारियों के अनुसार प्रीपेड मीटर लगाने का अभी कोई आदेश नहीं है, लेकिन रुद्रपुर में 15 हजार प्रीपेड मीटर पहुंच चुके हैं। वे इसके खिलाफ जनजागरण करेंगे कहा प्रीपेड मीटर लगाने की शुरुआत देहरादून, हरिद्वार और हल्द्वानी जैसे शहरों से होनी चाहिए और किसी की मर्जी के बगैर उसके घर मीटर नहीं लगाना चाहिए खासकर मलिन बस्तियों में तो प्रीपेड मीटर न लगाए जाएं।।